That's IT..

कभी जो लिख ने बैठु
अजीब सी सोच में खो जाता हूँ
किस लिए लिखूं, क्योँ लिखूं..

समझने वाले जो है, वोह आज कल कहाँ है
और जो हैं वह भी कहाँ है
कहीं किसी IT के जब में
Timesheet भर के अपनी  ज़िन्दगी का हिसाब देने वाले
कहीं सूट टाई पहने के
लाइन में खड़े हो के झूटी मुस्कराहट से
Excuse me, Thank you बोलने वाले
तोह
कहीं टीम लीड,मैनेजर के पोस्ट में
अपने आप को देख कर अपनी पहचान बनाने वाले

जहाँ डिसिप्लिन बेड़ियाँ बन जाये
वहां कोई क्यों अपनी सोच में पंख लगाए
ज़िन्दगी जो जी रहे है सिर्फ ज़िन्दगी काट ने के लिए
उन्हें क्या परवा अपनी आज़ादी के लिए ..

Comments